सिक्किम के विभिन्न क्षेत्रों के संभावनाशील किसानों के लिए दिनांक 15 और 16 मार्च, 2023 को सिक्किम में केसर की खेती पर कार्यशाला आयोजित की जा रही है । कार्यशाला का उद्घाटन कार्यक्रम दिनांक 15 मार्च, 2023 को नामग्याल इंस्टीट्यूट ऑफ तिब्बतोलॉजी के सम्मेलन कक्ष में आयोजित किया गया था। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सिक्किम के माननीय राज्यपाल श्री लक्ष्मण प्रसाद आचार्य थे। श्री एल.एन. शर्मा, माननीय कृषि मंत्री, सिक्किम सरकार विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे। सिक्किम में केसर की खेती पर कार्यशाला का आयोजन सिक्किम विश्वविद्यालय, बागवानी विभाग, सिक्किम सरकार और द्वारा किया जा रहा है। कृषि उत्पादन और किसान कल्याण विभाग, जम्मू-कश्मीर, केंद्र शाषित प्रदेश के अन्य अधिकारियों के साथ श्री चौधरी मोहम्मद इकबाल, कृषि निदेशक, जम्मू-कश्मीर, केंद्र शासित प्रदेश भी कार्यक्रम में उपस्थित थे।
केसर दुनिया में औषधीय पौधों में से सबसे महंगी नकदी फसलों में से एक है और इसे 'लाल सोना' कहा जाता है। सिक्किम विश्वविद्यालय, बागवानी विभाग, सिक्किम सरकार और कृषि विभाग, जम्मू-कश्मीर, केंद्र शासित प्रदेश के संयुक्त प्रयास के परिणामस्वरूप सिक्किम के कुछ गांवों में वर्ष 2021 और 2022 में केसर की खेती का सफलतापूर्वक प्रदर्शन किया है। कार्यशाला का उद्देश्य कृषक समुदायों को उत्पादन तकनीकों के प्रति जागरूक बनाना और भविष्य की कार्य-योजना तैयार करना है। कार्यशाला में व्याख्यान और किसान-वैज्ञानिक संवाद शामिल था । कार्यक्रम में सिक्किम के विभिन्न संभावित क्षेत्रों के लगभग 100 किसानों ने भाग लिया।
कार्यक्रम में सिक्किम हिमालय में जैविक खेती प्रणाली के तहत केसर के लिए उत्पादन तकनीक पर एक मैनुअल भी माननीय राज्यपाल श्री लक्ष्मण प्रसाद आचार्य, श्री एल.एन. शर्मा, माननीय कृषि मंत्री, सिक्किम सरकार, सिक्किम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अविनाश खरे और श्री चौधरी मोहम्मद इकबाल, कृषि निदेशक, जम्मू-कश्मीर के कर कमलों से लोकार्पित किया गया।